अपने मास्टर स्ट्रोक से विपक्ष को कर दिया चित
झारखंड में एनडीए को लगा दूसरा बड़ा झटका
इंडिया गठबंधन की सरकार बने ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसा मास्टर स्ट्रोक लगाया है कि एनडीए कई चुनाव तक सत्ता में आने के लिए तरसेगा। हेमंत सोरेन ने ऐसा एलान किया है कि भाजपा सहित पूरा विपक्ष चित हो गया। विपक्ष की विधानसभा में इंडिया गठबंधन को घेरने की योजना धरी की धरी रह गई। आइए जानते हैं कि वह मास्टर स्ट्रोक कौन सा है।
चुनाव से पहले लगा था मइयां सम्मान योजना का स्ट्रोक
हेमंत सोरेन इन दिनों मास्टर स्ट्रोक पर मास्टर स्ट्रोक लगाते जा रहे हैं। उन्होंने अपना पहला मास्टर स्ट्रोक चुनाव से पहले ही लगा दिया था। जब उन्होंने महिलाओं के लिए एक बडी योजना का एलान किया था। यह योजना थी मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना। इस योजना में महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति माह दिया जाने लगा। हेमंत सोरेन ने दूसरा मास्टर स्ट्रोक तब लगाया जब उन्होंने मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना में महिलाओं को मिलने वाली राशि को बढाने का एलान किया और कहा कि दोबारा सरकार बनते ही इस योजना में महिलाओं को मिलने वाली रकम पचीस सौ रुपये प्रति माह हो जाएगी। यह सब वह मास्टर स्ट्रोक थे जो चुनाव से पहले लगाए गए थे। इसका असर यह हुआ कि हेमंत सोरेन दोबारा मुख्यमंत्री बन गए।
सरकार बनते ही चुनावी वादा पूरा करने में जुटे हेमंत
विपक्ष सोच रहा था कि चुनाव जीतने के बाद हेमंत सोरेन सुस्त पड जाएंगे। जो एलान किया है उसे धरातल पर उतारने में कोताही बरतेंगे और फिर उन्हें सरकार को घेरने का मौका मिल जाएगा। मगर, ऐसा हुआ नहीं। सरकार बनने के बाद हेमंत फुल फार्म पर आ गए। हेमंत सोरेन के मास्टर स्ट्रोक लगातार जारी हैं। अब उन्होंने जो मास्टर स्ट्रोक लगाया है, उसका भी उन्होंने चुनाव में वादा किया था। इसका एलान हो जाने के बाद अब विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। एनडीए ने विधानसभा सत्र में सरकार को घेरने का जो प्लान बनाया था वह धरा का धरा रह गया।
गृह मंत्री से छीन लिया उनका मुद्दा
हेमंत सोरेन ने सरकार बनते ही फटाफट एलान करने शुरू कर दिए। एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसके तृतीय व चतुर्थ वर्ग में आदिवासी-मूलवासी को नौकरी दी जाएगी। इनमें से साठ हजार पद शिक्षकों के भरे जाएंगे। पंद्रह हजार पदों पर हेडमास्टर तैनात होंगे। विभिन्न सरकारी कार्यालयों में पचीस सौ पदों पर क्लर्क की नियुक्ति होगी। दस हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती की जाएगी। जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा पढाने के लिए दस हजार पदों पर भाषा शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण, बीमा और पेंशन का प्रावधान कर दिया है। यही नहीं, सरकार का एक और मास्टर स्ट्रोक है। इससे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को झटका लगा है। अमित शाह का मुद्दा छीनते हुए हेमंत सोरेन ने एलान किया है कि सहारा इंडिया से पीडित लोगों को उनकी रकम वापस दिलाने के लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट से लेकर सदन व सडक तक लडाई लडेगी। यह लडाई तब तक चलेगी जब तक राज्य के पीड़ितों की रकम वापस नहीं हो जाए। किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर कर्ज मिलेगा। राज्य के सभी प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। सभी पंचायतों में साढे चार हजार आदर्श स्कूल खोले जाएंगे। हर अनुमंडल में पालिटेक्निक महाविद्यालय खुलेगा।
महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण से विपक्ष के उड़े होश
आइए अब हम उस मास्टर स्ट्रोक की बात करते हैं जो बेहद दूरगामी परिणाम लाने वाला है। जिससे पूरा विपक्ष चित हो गया है।
इन दिनों महिलाएं सियासत में अहम रोल निभा रही हैं। झारखंड में महिलाओं ने ही हेमंत सोरेन को मसीहा बना दिया। महिलाओं के वोट की वजह से हेमंत सोरेन लगातार दोबारा सीएम बने हैं। अब हेमंत सोरेन ने झारखंड में महिलाओं को नौकरी में तैंतीस फीसदी आरक्षण देने का एलान कर दिया है। इससे एनडीए को तगडा झटका लगा है। दरअसल, हेमंत सोरेन नीतीश फार्मूले पर चल रहे हैं। नीतीश कुमार ने बिहार में सरकारी नौकरी में महिलाओं को आरक्षण दिया था। नीतीश को इसका काफी लाभ मिला था। अब उनका फार्मूला दूसरे राज्य भी अपना रहे हैं। इससे साफ है कि इन दिनों सरकार का फोकस महिलाओं पर है।